इन गलियों में अक्सर घूमने वाले ये लोग दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में रहते हैं लेकिन खाना बनाने और खिलाने के शौक इन्हें यहां ले आया है। सबके सब शाकाहारी भोजन के जबरे शौकीन। कुकिंग का शौक तो है ही, खाने के भी उतने ही दीवाने। कोई दाल-बाटी बनता है तो कोई हल्दी की सब्जी और कोई हलवा... अपने-अपने देश और शहर में रहने के बावजूद ये इस कदर एक दूसरे से जुड़े हैं कि जब सेलिब्रेशन होता है तो मानो सब अपनी-अपनी डिश बनाकर यहां रेसिपी ले आते हैं। यहां तारीफ के शब्द भी हैं तो हौसला अफजाई के सुझाव भी। हम बात कर रहे हैं एक ऐसे अनूठे फेसबुक ग्रुप "जोधपुर की गलियां' की जो सिर्फ वेजिटेरियन फूड लवर्स के लिए ही बना है। इस ग्रुप के 80 हजार से ज्यादा मेंबर हैं और इसे हाल ही में एक वूमन सेंट्रिक मैग्जीन ने देश का दूसरा सबसे बड़ा फूड ग्रुप होने का अवाॅर्ड भी दिया गया है।
सुधांशु टाक ने 13 अक्टूबर, 2012 को फेसबुक ग्रुप "जोधपुर की गलियां’ शुरू कर इसे दुनिया भर के शाकाहारी फूड लवर्स को समर्पित किया था। शुरुआत में इसमें करीब 500 मेंबर्स जोड़े गए जो जोधपुरी खानपान से संबंधित पोस्ट करते थे। धीरे-धीरे लोकप्रियता बढ़ने लगी और आज इसके 80 हजार से ज्यादा मेंबर्स हैं। सिर्फ जोधपुर से ही करीब 40 हजार सदस्य एक्टिव हैं। ग्रुप में ज्यादातर 25 से 45 साल के हैं। भारत सहित अमेरिका, यूके, कनाडा, आस्ट्रेलिया सहित लगभग 100 से भी ज्यादा देशों में रहने वाले लोग इस ग्रुप के एक्टिव मेंबर हैं और फूड के विविध स्वाद पोस्ट करते रहते हैं। मेंबर्स रेसिपीज में किए गए प्रयोग भी शेयर करते हैं और पोस्ट पर आने वाले कमेंट्स से भी ग्रुप मेंबर्स को नए आइडिया मिलते हैं। यही कारण है कि ग्रुप में पोस्ट ही नहीं, कमेंट्स भी ध्यान से पढ़े जाते हैं। सुधांशु ने बताया, हमारी इन "गलियों' में मौसम और फेस्टिवल सेलिब्रेट करने का तरीका भी अनूठा है। हर छह महीनों में स्पेशल डे सेलिब्रेट करते हैं यानि उस दिन उसी विषय पर पोस्ट स्वीकार होगी। जैसे किसी दिन सिर्फ बेसन से बनी डिशेज ही पोस्ट होंगी या किसी दिन चावल की वैरायटी वाली डिशेज शेयर होंगी। इसी तरह कभी साउथ इंडियन डिशेज तो कभी ब्रेकफास्ट के सैकड़ों आइडियाज ग्रुप में आ जाते हैं। इस ग्रुप में दो सीरिज भी चल रही हैं "जायका जोधपुर का' और "स्वाद का सफर'। इसमें जोधपुर के विभिन्न हिस्सों में मिलने वाली डिशेज की डिटेल्स हैं। ये सीरिज अब अन्य शहरों में स्थित स्वाद की विविध जगहों से भी मिलने लगी है।
पोस्ट के नियम हैं कड़े, इमाेजी है बैन
ग्रुप में पोस्ट के नियम काफी कड़े हैं। मनीष ने बताया, ग्रुप में स्टीकर और इमोजी पोस्ट करने सख्त मनाही है। जो भी नियम तोड़ता है उसे 7 दिन के लिए रोक दिया जाता है और चेतावनी दी जाती है और फिर भी न माने तो उसे हमेशा के लिए ब्लॉक कर दिया जाता है। कोशिश यही रहती है कि जो भी कमेंट लिखा है, उसे पढ़ने से नॉलेज बढ़े।
मेंबर्स को प्रोत्साहित करने के लिए हर पखवाड़े आती है टॉप 10 की लिस्ट
मूथा ने बताया, मेंबर्स को एंकरेज करने के लिए भी ग्रुप में कई प्रयास किए जा रहे हैं। जैसे ग्रुप में हर पखवाड़े सबसे ज्यादा पोस्ट करने वाले टॉप 10 मेंबर की लिस्ट जारी की जा रही है। इसमें यह भी बताया जाता है कि किस मेंबर की कौनसी पोस्ट पर सबसे ज्यादा कमेंट या लाइक मिले। कई बार रसोई में कोई रैसिपी या डिश बिगड़ जाती है तो मेंबर अपनी परेशानी पोस्ट करते हैं। तुरंत कमेंट्स में उसका समाधान भी मिल जाता है।
100 देशों के फूडी घूम रहे हैं "जोधपुर की गलियां'